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अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी अजय ठाकुर और कबड्डी एसोसिएशन के विवाद में कबड्डी के अंतरराष्ट्रीय कोच भी कूद गए हैं। 2017 से 2020 तक एसोसिएशन के महासचिव रहे अंतरराष्ट्रीय कबड्डी कोच रत्न लाल ने अजय का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर कबड्डी को बचाना है तो सरकार और खेल मंत्रालय को इस मामले में हस्तक्षेप करना होगा। हैरानी की बात यह है कि अभी तक खेल मंत्री और सरकार ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और एसोसिएशन मनमानी कर रही है।
एसोसिएशन को भंग कर उन लोगों को इसका कार्यभार सौंपना चाहिए जो कबड्डी से ईमानदारी से जुड़े हैं। रत्न लाल ने कहा कि अजय ठाकुर ने एसोसिएशन पर जो भी आरोप लगाए हैं वो पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित है। साल 2021 में बाहोट कसोल में नेशनल प्रतियोगिता के लिए कबड्डी के ट्रायल करवाए गए, लेकिन शिमला की एक लड़की को थोड़ी देर के लिए अंदर लिया और उसने कोई रेड भी नहीं की।
बावजूद उसे राष्ट्रीय टीम में शामिल कर दिया गया। इससे साफ होता है कि चयन सिफारिश के आधार पर ही होता है। वर्तमान महासचिव कहते हैं कि बलदेव कौन है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि बलदेव भारतीय टीम का खिलाड़ी है। हिमाचल एसोसिएशन ने उसे टीम से बाहर निकाल दिया।
अभी तक वापस नहीं किए आठ लाख रुपये
रत्न लाल ने कहा कि उनके कार्यकाल में उन्होंने आठ लाख रुपये खिलाड़ियों पर खर्च किए थे। वर्तमान एसोसिएशन ने कहा था कि उनका पैसा वापस करेंगे। अभी तक पैसा वापस नहीं आया है।