हाइलाइट्स
हाल ही में अमेरिका ने हवा में तीन फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को मार गिराया है
AIM-9X साइडविंडर मिसाइल से दिया गया ऑपरेशन को अंजाम
रेथियॉन टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन ने किया AIM-9X साइडविंडर को विकसित
AIM-9X Sidewinder: हाल के दिनों में अमेरिका (America) ने चीन के जासूसी गुब्बारे (China Spy Balloon) को मार गिराया. उसके बाद अमेरिका (America) के अलास्का में दिखे एक फ्लाइंग ऑब्जेक्ट, मिशिगन और कनाडा के आसमान पर घूम रही वस्तुओं को भी अमेरिका ने मार गिराया. आसमान में लगातार इन तीन चीजों को मार गिराने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि अमेरिका के पास ऐसा कौन सा हथियार है जिससे वो ऐसे ऑपरेशन को अंजाम देता है. अमेरिका ने तीनों ऑब्जेक्ट, मिसाइल AIM-9X (AIM-9X Sidewinder) साइडविंडर से मार गिराये हैं.
इस मिसाइल के उपयोग
इस मिसाइल का निर्माण रेथियॉन टेक्नोलॉजीज कार्पोरेशन द्वारा किया जाता है. यह हथियारों के एक बड़े वर्ग से आता है जो दशकों से अमेरिकी शस्त्रागार में है. यह हथियार मुख्य रूप से अमेरिकी सेना के लिए निर्मित होते हैं. हालांकि मिसाइल बड़ी मात्रा में अमेरिकी सहयोगियों को बेची जाती है. रेथियॉन का कहना है कि उसके 31 विदेशी सैन्य बिक्री साझेदार हैं, जिनमें दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात और इंडोनेशिया सहित अन्य देशों ने मिसाइल खरीदी है.
यह मिसाइल मुख्य रूप से हवा से हवा में मार करने वाले हथियार के लिए बनाई गई है. नवीनतम AIM-9X संस्करण वह है जिसे जमीन से और भूमि आधारित लक्ष्यों के खिलाफ भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह F-16 फाइटिंग फाल्कन और F-22 रैप्टर एयरक्राफ्ट सहित आधुनिक विमानों की एक श्रृंखला में व्यापक रूप से तैनात है. इस बहुमुखी प्रतिभा ने इसे उन्नत F-22 लड़ाकू जेट को हवा से हवा में मार करने में मदद करके रिकॉर्ड तोड़ने की अनुमति दी है. अमेरिका अपने शस्त्रागार में ऐसी मिसाइलों की सटीक संख्या का खुलासा नहीं करता है, लेकिन 2021 में अमेरिकी वायु सेना द्वारा अपनी 10,000वीं ऐसी मिसाइल प्राप्त करने की बात सामने आई थी.
इनकी लागत कितनी है
अमेरिकी रक्षा विभाग 2023 वित्तीय वर्ष में 111.9 मिलियन डॉलर में 255 मिसाइलें खरीदने वाला है. इस प्रकार की प्रत्येक मिसाइल की लागत $ 439,000 आ रही है. हालांकि इसमें छूट भी शामिल है. अन्य देशों को आमतौर पर संबंधित उपकरणों, पुर्जों और प्रशिक्षण लागतों के लिए भी भुगतान करना होगा. मलेशिया ने 2011 में अनुमानित 52 मिलियन डॉलर में सिर्फ 20 AIM-9X-2 मिसाइल खरीदने की मांग की थी.
कैसे काम करते हैं?
AIM-9X साइडविंडर सुपरसोनिक, कम दूरी की मिसाइल है. इसके मुख्य घटकों में एक इन्फ्रारेड होमिंग गाइडेंस सेक्शन, एक सक्रिय ऑप्टिकल टारगेट डिटेक्टर, एक उच्च विस्फोटक वारहेड और एक रॉकेट मोटर शामिल हैं. इन्फ्रारेड विशेष रूप से मिसाइल को दिन के किसी भी समय सेटिंग्स की एक सीमा में लक्ष्य पर घर करने की अनुमति देता है. इसकी लंबाई 9.9 फीट (3 मीटर) है. इसके नए संस्करण में लॉक-ऑन-आफ्टर-लॉन्च क्षमता सहित सुविधाओं को बढ़ाया गया है.
साइडविंडर का इतिहास
अमेरिकी सेना में साइडविंडर मिसाइलों का लंबा इतिहास रहा है. अमेरिकी वायु सेना द्वारा अनुकूलित किए जाने से पहले उन्हें पहली बार 1950 के दशक में अमेरिकी नौसेना द्वारा विकसित किया गया था. प्रारंभिक वेरिएंट का उपयोग केवल बहुत ही करीबी रेंज में किया जा सकता था और उन्हें रात में तैनात नहीं किया जा सकता था. लेकिन बाद के सुधारों ने इसे विभिन्न स्थितियों के लिए एक आदर्श हथियार बना दिया और वियतनाम युद्ध के दौरान मिसाइल के बाद के संस्करण का उपयोग किया गया.
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Tags: America, Missile, World news
FIRST PUBLISHED : February 14, 2023, 16:10 IST