इस्लामाबाद. पाकिस्तान में हुई मॉनसून की भीषण बारिश में 77 लोगों की मौत हो गई है. केवल बलूचिस्तान प्रांत में ही बारिश से 39 लोगों की मौत हुई है. देश की जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बारिश के कारण हुई मौतों को ‘राष्ट्रीय त्रासदी’ करार दिया. पाकिस्तान में हुई भयंकर बारिश से सैकड़ों घर तबाह हो गए. मंत्री रहमान ने कहा कि भारी बारिश के कारण दूरदराज के इलाकों में बचाव कार्य में बाधा आ रही है.
समाचार एजेंसी एएनआई की एक खबर के मुताबिक मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि भारी बारिश से मरने वालों में बच्चे, पुरुष और महिलाएं शामिल हैं. सरकार राष्ट्रीय और प्रांतीय आपदा प्रबंधन अधिकारियों की मदद से बारिश से संकट में फंसे स्थानीय लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि पानी का स्तर ऊंचा है और लोगों को सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि मॉनसून का पैटर्न बदल रहा है. इस समय पूरे पाकिस्तान में बारिश औसत बारिश से 87 फीसदी अधिक है.
मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने राष्ट्रीय मॉनसून को लेकर एक आपात योजना तैयार की है. उन्होंने लोगों से सतर्क रहने का भी अपील की ताकि आगे जानमाल के नुकसान को रोका जा सके. मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि इन मौतों और तबाही को रोकने के लिए हमें एक व्यापक योजना की जरूरत है. क्योंकि यह पूरा विनाश जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहा है.
पाकिस्तान में भारी बारिश और लैंडस्लाइड से मची तबाही, अब तक 17 लोगों की मौत
जबकि पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के मुताबिक बारिश 8 जुलाई तक जारी रहेगी. मौसम विभाग ने कहा कि सिंध के दक्षिण में निम्न वायुदाब मौजूद है, जो उत्तरी अरब सागर से नमी हासिल कर रहा है. उधर दर्जनों लोगों की मौत के बाद बलूचिस्तान सरकार ने क्वेटा को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया और प्रांतीय राजधानी में आपातकाल की स्थिति लागू कर दी. मूसलाधार बारिश से बलूचिस्तान सूबे की नदियां और नहरें उफान पर हैं.
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Tags: Monsoon Session, Pakistan, Rains
FIRST PUBLISHED : July 07, 2022, 08:49 IST