वैसी कि गोशाल के अद्रादेव व्यास ऋषि, गौतमी ऋषि व कंचन नाग के प्रांगण में, वैष्णव व कंचन नाग के प्रांगण में, वशिष्ठ ऋषि वशिष्ठ, मनु ऋषि व माता हिडिम्बेनेली, सयाली महादेव सियाल, शंख नारायण नसोगी, गो नारायण परशा, शांड ऋषि शालिनी, शावर्णा नारायण अलेउ, शावर्णी माता व थान देवता गणेश, दैत्य देवता, ताक्षक नाग भनारा, सय गायत्री जगतसुख, वाइरली नाग बटाहर, गो घुड़ौड़ व बसुकी हालाण गोशाल गांव में हैं। इस महायज्ञ में इस प्रदर्शन का समर्थन करने वाला व्यक्ति।